वहि: गलशिरा गले के पार्श्व पर त्वचा के नीचे दिखाई देती है और नीच जत्रुक के नीचे पहुँचकर अधोजत्रुक शिरा में मिल जाती हैं।
3.
इस प्रकार अंत: गलशिरा बनकर, प्रथम अंत:ग्रीवा (internal carotid) धमनी के पीछे और फिर उसके और मूलग्रीवाधमनी (common carotid) के पार्श्व में उतरती हुई नीचे अधोजत्रुक शिरा (subclavian vein) में मिलकर, अनामी (innominate) शिरा बना देती है।